अजमेर भाग -1
अजमेर का अर्थ:-
ऐसा पर्वत जिसे जीता ना जा सके
स्थापना- 1113 ईस्वी में। अजय राज चौहान
प्राचीन नाम- पृथ्वीपुर , अजयमेरू
अजमेर से अकबर का संबंध:-
अकबर ने अजमेर की 5 बार पैदल यात्रा की थी
-अकबर का किला /दौलत खन्ना /मैग्जीन दुर्ग 1570 में निर्माण किया गया
-ख्वाजा गरीब नवाज के प्रति समर्पण करने के लिए अजमेर में स्थाई निवास तथा अपना खजाना छिपाने के लिए अकबर ने अकबर का किला का निर्माण करवाया
-सहेलियों का बाजार अजमेर में स्थित
-कोस मीनार अजमेर में स्थित है
-अकबर ने गुजरात पर नियंत्रण रखने हेतु अजमेर को मुख्यालय बनाया
अजमेर से जहांगीर का संबंध:-
मुगल दरबार -अजमेर में 1613 से 1616
-जहांगीर महल का निर्माण पुष्कर में करवाया गया
-चश्मा -ए -नूर का निर्माण अजमेर में करवाया गया
-दौलत बाग उद्यान / सुभाष उद्यान निर्माण
अजमेरमें करवाया गया
मुगल -मेवाड़ संधि:-
5 फरवरी 1615 ई.
-युवराज करण सिंह जहांगीर के दरबार में 1615 ई. में उपस्थित हुए
-जहांगीर ने पुष्कर के वराह मंदिर की मूर्ति को पुष्कर झील में फिंकवा दिया
-सर टर्म्स रो 22 दिसंबर 1615 ईसवी में अजमेर आए
-जहांगीर के दरबार में 10 जनवरी 1616 ईस्वी में उपस्थित हुए
शाहजहां का अजमेर से संबंध,:-
शाहजहां ने आनासागर झील के किनारे बाहदरी का निर्माण करवाया जो सफेद संगमरमर से निर्मित है
-जेस्ट पुत्र दारा शिकोह का जन्म तारागढ़ दुर्ग में हुआ
औरंगजेब का अजमेर से संबंध:-
दौराई का युद्ध जीता
अजमेर के उपनाम:- 1. अजय मेरु /पृथ्वीपुर- प्राचीन नाम
2. भारत का मक्का- मदीना
3. राजस्थान का हृदय स्थल/ केंद्रीय
स्थिति
4. राजस्थान का जिब्राल्टर विशैप हैबर
ने कहा
5. संप्रदायक सद्भावना का संगम
अजमेर का प्रथम स्थान:-
1. राजस्थान का प्रथम हाईटेक डाकघर पुष्कर में स्थित है
2. राजस्थान की प्रथम पोस्ट मंडी अजमेर -गनोहड़ा गांव में
3. राजस्थान की प्रथम आयुर्वेदिक औषधि प्रयोगशाला अजमेर में स्थित है
4. राजस्थान की प्रथम हाई सिक्योरिटी जेल घुघरा घाटी अजमेर में
5. राजस्थान का प्रथम सिस्मोग्राफ संयंत्र अजमेर में स्थिति है
पर्यटक स्थल:-
अब्दुल्ला खा और बीबी का मकबरा:-यह सफेद संगमरमर पत्रों से निर्मित है
बाबूगढ़ बजरंग गढ़:-अजमेर
बालाजी का मंदिर
निर्माण:-मराठा सरदार बापूजी सिंधिया ने करवाया
चश्मा -ए- नूर:-तारागढ़ दुर्ग की तलहटी में
निर्माण:-जहांगीर ने नूरजहां के लिए निर्माण करवाया
रूठी रानी का महल:-तारागढ़ दुर्ग की तलहटी में
राव मालदेव की रानी उमादे रूठ कर इसी महल में रही थी
-इस महल में नूरजहां भी रुठ कर रही थी
-जहांगीर नूरजहां को मनाने के लिए 21 बार इस महल में गया था
घोड़े की मजार:-तारागढ़ दुर्ग में
मीरान साहब का प्रिय घोड़ा था
-भारत में एकमात्र घोड़े की मजार जहां चने की दाल चढ़ाई जाती है
हाथी भाटा:- अजमेर
संस्कृत कंठ भरण पाठशाला/ अढाई दिन का झोपड़ा:-निर्माण विग्रहराज चतुर्थ बीसलदेव चौहान ने करवाया था
-कुतुबुद्दीन ऐबक ने पाठशाला को तोड़कर डाई दिन का झोपड़ा का निर्माण कर दिया इसकी दीवारों पर हेरीकेली नामक नाटक लिखा गया है
-वर्तमान में डाई दिन का झोपड़ा/ मस्जिद जो,16 खंभों की मस्जिद है जो राजस्थान की प्रथम मस्जिद है
-फारसी इतिहासकारो के अनुसार इसका निर्माण 60 घंटे में हुआ है
-यहां पर पंजाबशाह का अढाई दिन का उर्स लगता है
जिनदत सूरी का मंदिर /दादा बाड़ी :-अजमेर मैं स्थित है
तबीजी अजमेर:-देश का प्रथम बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र स्थापित किया गया है
तिलोनिया गांव (अजमेर ):-देश की एकमात्र बाल संसद स्थित है
जुबली क्लॉक टावर (अजमेर):-1886-87
निर्माण:- महारानी विक्टोरिया की स्मृति में करवाया गया
मेयो कॉलेज:- अजमेर
अजमेर दरबार-1875
उद्देश्य:- राजस्थान के राजाओं तथा राजकुमारों को अंग्रेजी शिक्षा देना
प्रथम प्राचार्य:-ओलिवर सेंट जॉन
द्वितीय प्राचार्य:-गिब्सन ने पाठ्यक्रम व गतिविधियों को बढ़ावा दिया
उपप्राचार्य:-दानमल ने गिब्सन को मैं कॉलेज का शाहजहां काहा
प्रथम विद्यार्थी:-अलवर के युवराज मंगल सिंह
-गिब्सन को भारत सरकार ने पदम श्री पुरस्कार दिया
सम्राट पृथ्वीराज चौहान का स्मारक:- अजमेर
13 सितंबर 1996 को देश को समर्पित कर दिया
बाघेरा का तोरण द्वार:-बघेरा गांव ( अजमेर )
टुकड़ा का मकबरा:-किशनगढ़
संतोष बांवला की छतरी:-पुष्कर
पदमा डेयरी( अजमेर):- राजस्थान की प्रथम डेयरी
मांगलिया वास( अजमेर ):-यहां पर कल्पवृक्ष है
कल्पवृक्ष मेला:-हरियली अमावस्या
ब्यावर:-1850 के दशक में कर्नल डिक्सन ने एक परकोटा बनाकर इसके भीतर ब्यावर नगर बसाया
राजस्थान राजस्थान में अंग्रेजों द्वारा निर्मित दुर्ग:-टॉडगढ़ भिमगढ़ बेरासवाड़ा गांव में
किशनगढ़:-किशनगढ़ राज्य राठौड़ वंश किशन सिंह
राजस्थान में हेण्ड लूम का सबसे बड़ा केंद्र
-राजस्थान में संगमरमर की सबसे बड़ी मंडी किशनगढ़ में स्थित है
-मार्बल मंडी-एशिया की सबसे बड़ी मार्बल मंडी
नवग्रह मंदिर ( किशनगढ़):- राज्य का एकमात्र नवग्रह मंदिर
फलकू बाई( किशनगढ़):-चरी नृत्य की कलाकार
कचरिया मंदिर:- किशनगढ़
झील -गेंदोलाव झील किशनगढ
फूल महल:-किशनगढ़
किशनगढ़ शैली:- बनी -ठनी
खोड़ा गणेश मंदिर:-किशनगढ़( अजमेर )
सोनी जी की नसियां (अजमेर):-जैन मंदिर
-मुख्य प्रतिका ऋषभ देव/ आदिनाथ
निर्माण:- 1864 मैं मूलचंद सोने करवाया
पूर्ण निर्माण :-1865 में टीकम चंद सोनी ने करवाया
इस मंदिर के दो भाग -नसिया, स्वर्ण मंदिर
-मंदिर में 400 किलो सोने का प्रयोग किया गया
-यह मंदिर लाल रंग से निर्मित होने के कारण इसे लाल मंदिर कहा जाता है
ब्रह्मा जी का मंदिर:-पुष्कर अजमेर
-18 वीं सदी में पुनः निमार्ण गोकुल चंद पारीक ने करवाया
-विश्व का एकमात्र ब्रह्मा मंदिर जिसकी विदित हो उसे पूजा होती है
-कर्नल जेम्स टॉड इस मंदिर पर गिरजाघर के समान लगे क्रोस चिन्ह को देखकर चकित रह गए
पुष्कर का मेला:-5 दिनों तक लगता है
तिथि:-कार्तिक पूर्णिमा
उपनाम:-मेरवाड़ा का कुंभ
-राजस्थान का सबसे रंगीन मेला
पुष्कर:-उपनाम-100 मंदिरों का शहर
कोकर्ण तीर्थ, तीर्थराज, तीर्थो का मामा
सावित्री मंदिर/ सरस्वती मंदिर:-रत्नागिरी की पहाड़ी पुष्कर
दो प्रतिमाएं-मां सावित्री, मां सरस्वती
वराह मंदिर :-पुष्कर
निर्माण-अर्णोराज ने करवाया
-जहांगीर ने इस मंदिर की मूर्ति को पुष्कर झील में फिकवा दिया था
-पुन: निर्माण:-शक्ति सिंह ( महाराणा प्रताप के भाई )
रंगनाथ जी का मंदिर:-पुष्कर
पुजारी:-द्रविड़ ब्राह्मण
शैली:-गोमुख / द्रविड़ शैली
निर्माण:-1834 सेठ पूरणमल ने
-वैष्णव संप्रदाय से संबंधित है
खोड़ा गणेश मंदिर:-किशनगढ़( अजमेर)
पंचमुखी हनुमान जी का मंदिर:-किशनगढ़
सलेमाबाद (अजमेर):-रूपनगढ़ नदी के किनारे
-निंबार्क संप्रदाय की राजस्थान में प्रथम पिठ
पूजा:-कृष्ण और राधा दोनों की
मेला:- राधा अष्टमी (भाद्रपद शुक्ल अष्टमी)
संस्थापक:-परशुराम महोदय
खुंडियास ( अजमेर ):-बाबा रामदेव जी का मंदिर
-राजस्थान का छोटा रामदेवरा
अजमेर का अर्थ:-
ऐसा पर्वत जिसे जीता ना जा सके
स्थापना- 1113 ईस्वी में। अजय राज चौहान
प्राचीन नाम- पृथ्वीपुर , अजयमेरू
अजमेर से अकबर का संबंध:-
अकबर ने अजमेर की 5 बार पैदल यात्रा की थी
-अकबर का किला /दौलत खन्ना /मैग्जीन दुर्ग 1570 में निर्माण किया गया
-ख्वाजा गरीब नवाज के प्रति समर्पण करने के लिए अजमेर में स्थाई निवास तथा अपना खजाना छिपाने के लिए अकबर ने अकबर का किला का निर्माण करवाया
-सहेलियों का बाजार अजमेर में स्थित
-कोस मीनार अजमेर में स्थित है
-अकबर ने गुजरात पर नियंत्रण रखने हेतु अजमेर को मुख्यालय बनाया
अजमेर से जहांगीर का संबंध:-
मुगल दरबार -अजमेर में 1613 से 1616
-जहांगीर महल का निर्माण पुष्कर में करवाया गया
-चश्मा -ए -नूर का निर्माण अजमेर में करवाया गया
-दौलत बाग उद्यान / सुभाष उद्यान निर्माण
अजमेरमें करवाया गया
मुगल -मेवाड़ संधि:-
5 फरवरी 1615 ई.
-युवराज करण सिंह जहांगीर के दरबार में 1615 ई. में उपस्थित हुए
-जहांगीर ने पुष्कर के वराह मंदिर की मूर्ति को पुष्कर झील में फिंकवा दिया
-सर टर्म्स रो 22 दिसंबर 1615 ईसवी में अजमेर आए
-जहांगीर के दरबार में 10 जनवरी 1616 ईस्वी में उपस्थित हुए
शाहजहां का अजमेर से संबंध,:-
शाहजहां ने आनासागर झील के किनारे बाहदरी का निर्माण करवाया जो सफेद संगमरमर से निर्मित है
-जेस्ट पुत्र दारा शिकोह का जन्म तारागढ़ दुर्ग में हुआ
औरंगजेब का अजमेर से संबंध:-
दौराई का युद्ध जीता
अजमेर के उपनाम:- 1. अजय मेरु /पृथ्वीपुर- प्राचीन नाम
2. भारत का मक्का- मदीना
3. राजस्थान का हृदय स्थल/ केंद्रीय
स्थिति
4. राजस्थान का जिब्राल्टर विशैप हैबर
ने कहा
5. संप्रदायक सद्भावना का संगम
अजमेर का प्रथम स्थान:-
1. राजस्थान का प्रथम हाईटेक डाकघर पुष्कर में स्थित है
2. राजस्थान की प्रथम पोस्ट मंडी अजमेर -गनोहड़ा गांव में
3. राजस्थान की प्रथम आयुर्वेदिक औषधि प्रयोगशाला अजमेर में स्थित है
4. राजस्थान की प्रथम हाई सिक्योरिटी जेल घुघरा घाटी अजमेर में
5. राजस्थान का प्रथम सिस्मोग्राफ संयंत्र अजमेर में स्थिति है
पर्यटक स्थल:-
अब्दुल्ला खा और बीबी का मकबरा:-यह सफेद संगमरमर पत्रों से निर्मित है
बाबूगढ़ बजरंग गढ़:-अजमेर
बालाजी का मंदिर
निर्माण:-मराठा सरदार बापूजी सिंधिया ने करवाया
चश्मा -ए- नूर:-तारागढ़ दुर्ग की तलहटी में
निर्माण:-जहांगीर ने नूरजहां के लिए निर्माण करवाया
रूठी रानी का महल:-तारागढ़ दुर्ग की तलहटी में
राव मालदेव की रानी उमादे रूठ कर इसी महल में रही थी
-इस महल में नूरजहां भी रुठ कर रही थी
-जहांगीर नूरजहां को मनाने के लिए 21 बार इस महल में गया था
घोड़े की मजार:-तारागढ़ दुर्ग में
मीरान साहब का प्रिय घोड़ा था
-भारत में एकमात्र घोड़े की मजार जहां चने की दाल चढ़ाई जाती है
हाथी भाटा:- अजमेर
संस्कृत कंठ भरण पाठशाला/ अढाई दिन का झोपड़ा:-निर्माण विग्रहराज चतुर्थ बीसलदेव चौहान ने करवाया था
-कुतुबुद्दीन ऐबक ने पाठशाला को तोड़कर डाई दिन का झोपड़ा का निर्माण कर दिया इसकी दीवारों पर हेरीकेली नामक नाटक लिखा गया है
-वर्तमान में डाई दिन का झोपड़ा/ मस्जिद जो,16 खंभों की मस्जिद है जो राजस्थान की प्रथम मस्जिद है
-फारसी इतिहासकारो के अनुसार इसका निर्माण 60 घंटे में हुआ है
-यहां पर पंजाबशाह का अढाई दिन का उर्स लगता है
जिनदत सूरी का मंदिर /दादा बाड़ी :-अजमेर मैं स्थित है
तबीजी अजमेर:-देश का प्रथम बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र स्थापित किया गया है
तिलोनिया गांव (अजमेर ):-देश की एकमात्र बाल संसद स्थित है
जुबली क्लॉक टावर (अजमेर):-1886-87
निर्माण:- महारानी विक्टोरिया की स्मृति में करवाया गया
मेयो कॉलेज:- अजमेर
अजमेर दरबार-1875
उद्देश्य:- राजस्थान के राजाओं तथा राजकुमारों को अंग्रेजी शिक्षा देना
प्रथम प्राचार्य:-ओलिवर सेंट जॉन
द्वितीय प्राचार्य:-गिब्सन ने पाठ्यक्रम व गतिविधियों को बढ़ावा दिया
उपप्राचार्य:-दानमल ने गिब्सन को मैं कॉलेज का शाहजहां काहा
प्रथम विद्यार्थी:-अलवर के युवराज मंगल सिंह
-गिब्सन को भारत सरकार ने पदम श्री पुरस्कार दिया
सम्राट पृथ्वीराज चौहान का स्मारक:- अजमेर
13 सितंबर 1996 को देश को समर्पित कर दिया
बाघेरा का तोरण द्वार:-बघेरा गांव ( अजमेर )
टुकड़ा का मकबरा:-किशनगढ़
संतोष बांवला की छतरी:-पुष्कर
पदमा डेयरी( अजमेर):- राजस्थान की प्रथम डेयरी
मांगलिया वास( अजमेर ):-यहां पर कल्पवृक्ष है
कल्पवृक्ष मेला:-हरियली अमावस्या
ब्यावर:-1850 के दशक में कर्नल डिक्सन ने एक परकोटा बनाकर इसके भीतर ब्यावर नगर बसाया
राजस्थान राजस्थान में अंग्रेजों द्वारा निर्मित दुर्ग:-टॉडगढ़ भिमगढ़ बेरासवाड़ा गांव में
किशनगढ़:-किशनगढ़ राज्य राठौड़ वंश किशन सिंह
राजस्थान में हेण्ड लूम का सबसे बड़ा केंद्र
-राजस्थान में संगमरमर की सबसे बड़ी मंडी किशनगढ़ में स्थित है
-मार्बल मंडी-एशिया की सबसे बड़ी मार्बल मंडी
नवग्रह मंदिर ( किशनगढ़):- राज्य का एकमात्र नवग्रह मंदिर
फलकू बाई( किशनगढ़):-चरी नृत्य की कलाकार
कचरिया मंदिर:- किशनगढ़
झील -गेंदोलाव झील किशनगढ
फूल महल:-किशनगढ़
किशनगढ़ शैली:- बनी -ठनी
खोड़ा गणेश मंदिर:-किशनगढ़( अजमेर )
सोनी जी की नसियां (अजमेर):-जैन मंदिर
-मुख्य प्रतिका ऋषभ देव/ आदिनाथ
निर्माण:- 1864 मैं मूलचंद सोने करवाया
पूर्ण निर्माण :-1865 में टीकम चंद सोनी ने करवाया
इस मंदिर के दो भाग -नसिया, स्वर्ण मंदिर
-मंदिर में 400 किलो सोने का प्रयोग किया गया
-यह मंदिर लाल रंग से निर्मित होने के कारण इसे लाल मंदिर कहा जाता है
ब्रह्मा जी का मंदिर:-पुष्कर अजमेर
-18 वीं सदी में पुनः निमार्ण गोकुल चंद पारीक ने करवाया
-विश्व का एकमात्र ब्रह्मा मंदिर जिसकी विदित हो उसे पूजा होती है
-कर्नल जेम्स टॉड इस मंदिर पर गिरजाघर के समान लगे क्रोस चिन्ह को देखकर चकित रह गए
पुष्कर का मेला:-5 दिनों तक लगता है
तिथि:-कार्तिक पूर्णिमा
उपनाम:-मेरवाड़ा का कुंभ
-राजस्थान का सबसे रंगीन मेला
पुष्कर:-उपनाम-100 मंदिरों का शहर
कोकर्ण तीर्थ, तीर्थराज, तीर्थो का मामा
सावित्री मंदिर/ सरस्वती मंदिर:-रत्नागिरी की पहाड़ी पुष्कर
दो प्रतिमाएं-मां सावित्री, मां सरस्वती
वराह मंदिर :-पुष्कर
निर्माण-अर्णोराज ने करवाया
-जहांगीर ने इस मंदिर की मूर्ति को पुष्कर झील में फिकवा दिया था
-पुन: निर्माण:-शक्ति सिंह ( महाराणा प्रताप के भाई )
रंगनाथ जी का मंदिर:-पुष्कर
पुजारी:-द्रविड़ ब्राह्मण
शैली:-गोमुख / द्रविड़ शैली
निर्माण:-1834 सेठ पूरणमल ने
-वैष्णव संप्रदाय से संबंधित है
खोड़ा गणेश मंदिर:-किशनगढ़( अजमेर)
पंचमुखी हनुमान जी का मंदिर:-किशनगढ़
सलेमाबाद (अजमेर):-रूपनगढ़ नदी के किनारे
-निंबार्क संप्रदाय की राजस्थान में प्रथम पिठ
पूजा:-कृष्ण और राधा दोनों की
मेला:- राधा अष्टमी (भाद्रपद शुक्ल अष्टमी)
संस्थापक:-परशुराम महोदय
खुंडियास ( अजमेर ):-बाबा रामदेव जी का मंदिर
-राजस्थान का छोटा रामदेवरा
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