प्रवर्तक:- गुरु गोविंद गिरी
- गुरु गोविंद गिरी का जन्म 1858 में बांसिया गांव डूंगरपुर में हुआ
- गुरु गोविंद गिरी का बंजारा परिवार में जन्म हुआ
- उपनाम:- भीलो के गुरु
- यह आंदोलन वागड़ क्षेत्र में हुआ तथा भील जनजाति के लिए हुआ
- कारण:-सामाजिक /आर्थिक /आध्यात्मिक शोषण (भीलो का)
- सम्प सभा:-1883 सिरोही /आश्विन पूर्णिमा
- प्रेरणा:-- महर्षि दयानंद सरस्वती
- सम्प का अर्थ :-एकता/ भाईचारा/ प्रेम भाव
- इसमें 10 नियम थे
- प्रथम अधिवेशन -1903 सिरोही
- द्वितीय अधिवेशन- 1908 मानगढ़ पहाड़ी
मानगढ़ पहाड़ी हत्या काण्ड:-17 नवंबर 1913
- स्थान :-मानगढ़ पहाड़ी बांसवाड़ा
- गुरु गोविंद गिरी भीलों को लेकर मानगढ़ पहाड़ी पर चले गए
- डूंगरपुर+ बांसवाड़ा +अंग्रेजों की सेना ने मिलकर भीलो पर अंधाधुंध गोलियां चलाई
- इस हत्याकांड में 1500 भील मारे गए
- गुरु गोविंद गिरी के पेर पर गोली लगी
- गुरु गोविंद गिरी को पकड़कर ईडर जेल भेज दिया
- वागड़ का जलियांवाला बाग हत्याकांड
- गुरु गोविंद गिरी का अंतिम समय कंबोई स्थान पर बिता
- मानगढ़ धाम मेला:- मानगढ़ पहाड़ी बांसवाड़ा
- मार्गशीर्ष पूर्णिमा को
- इस मेले को आदिवासियों का मेला कहा जाता है
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